एयर इंडिया का इतिहास बहुत दिलचस्प और महत्वपूर्ण है, और यह भारतीय विमानन उद्योग के विकास का हिस्सा है। इसका सफर 1930 के दशक से शुरू हुआ था, जब भारतीय विमानन क्षेत्र में बदलाव आ रहा था। आइए इसके इतिहास पर एक नज़र डालते हैं:

1. स्थापना और शुरुआती दिन (1932):
एयर इंडिया की शुरुआत 15 अक्टूबर 1932 को हुई थी, जब टाटा ग्रुप के मालिक जे.आर.डी. टाटा ने “Tata Airlines” के नाम से एक एयरलाइन स्थापित की थी। इसके पहले विमान का नाम “India” था, जो मुंबई (तब बम्बई) और अहमदाबाद के बीच उड़ान भरता था। 1938 में इस एयरलाइन ने अपना नाम बदलकर “Tata Air Services” रखा और बाद में इसे “Air India” नाम दिया गया।
2. राष्ट्रीयकरण (1953):
1953 में भारतीय सरकार ने एयर इंडिया को राष्ट्रीयकरण कर लिया और इसे भारतीय सरकार के नियंत्रण में ला दिया। उस समय, यह भारतीय विमानन उद्योग के मुख्य हिस्से के रूप में सामने आई और इसका नाम भी “Air India International” रखा गया था। यह कदम भारतीय विमानन क्षेत्र को दुनिया से जोड़ने की दिशा में था।
3. सफलता और विस्तार (1960-80 के दशक):

1960 के दशक में एयर इंडिया ने अपनी अंतरराष्ट्रीय उड़ानें बढ़ानी शुरू की। इस दौर में कंपनी ने प्रमुख अंतरराष्ट्रीय मार्गों पर उड़ानें भरना शुरू किया, जैसे न्यूयॉर्क, लंदन और सिंगापुर। 1962 में Air India ने अपनी पहली कन्वर्टेड डगलस DC-8 एयरलाइन का संचालन शुरू किया। 1970 के दशक में इसके बेड़े में नई और आधुनिक जेट एयरक्राफ्ट्स शामिल किए गए, जैसे Boeing 747, जो इस समय के सबसे बड़े यात्री विमान थे।
4. आर्थिक चुनौतियाँ और निजीकरण (1990s):
1990 के दशक में Air India को कुछ आर्थिक समस्याओं का सामना करना पड़ा। साथ ही साथ भारतीय नागरिक उड्डयन क्षेत्र में निजी कंपनियों का प्रवेश हुआ, जिससे प्रतिस्पर्धा बढ़ी। हालांकि, Air India ने कई आधुनिक एयरक्राफ्ट्स जैसे Boeing 777 और Airbus A320 को अपने बेड़े में शामिल किया, और साथ ही अपनी सेवा गुणवत्ता में सुधार की कोशिश की।
5. विफलता और पुनः निजीकरण (2000s-2020s):

2000 के दशक में Air India को लगातार घाटे का सामना करना पड़ा, और 2007 में Air India और Indian Airlines का एक विलय कर दिया गया। इस विलय के बाद भी कंपनी को वित्तीय संकट का सामना करना पड़ा। सरकार ने एयरलाइन को राहत देने के लिए कई पैकेज दिए, लेकिन इसका असर सीमित रहा। अंततः, 2020 में सरकार ने Air India को TATA समूह को बेचने का निर्णय लिया। TATA समूह ने 2021 में Air India का अधिग्रहण किया, जिसके बाद एयरलाइन में सुधार और बदलाव देखने को मिले हैं।
आज का Air India (2025):
TATA समूह के अधिग्रहण के बाद, Air India ने अपनी सेवाओं में कई बदलाव किए हैं, जैसे नए एयरक्राफ्ट्स का संचालन, बेड़े का आधुनिकीकरण, और ग्राहक सेवा में सुधार। कंपनी अब अपनी अंतरराष्ट्रीय उड़ानों की संख्या बढ़ा रही है और साथ ही अपने घरेलू नेटवर्क को भी मजबूत कर रही है।
Air India का इतिहास भारतीय विमानन उद्योग के लिए एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है, और यह भारतीय एविएशन के विकास में अहम भूमिका निभाता है।
